घड़ी कितनी भी मूल्यवान हो किंतु समय को वश में नहीं कर सकती है! SHARE FacebookTwitter घड़ी कितनी भी मूल्यवान हो किंतु समय को वश में नहीं कर सकती है! वैसे ही मनुष्य कितना भी बलवान हो नियति को वश में नहीं कर सकता है। SHARE FacebookTwitter
कोयल अपनी भाषा बोलती है, इसलिये आज़ाद रहती है, किंतु तोता दूसरे कि भाषा बोलता है,.......Read Full Message